पाठ्‌यक्रम और व्यवस्था

भातखण्डे संगीत संस्थान दो भागो में विभाजित है। पहला है विश्वविद्यालय अनुभाग, जिसके अर्न्तगत २ वर्षीय प्री ग्रेजुएशन, ३ वर्षीय ग्रेजुएशन, २ वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन और पी०एच०डी० आदि पाठ्‌कम आते है। द्वितीय अनुभाग के अर्न्तगत दो वर्षीय डिप्लोमा पाठ्‌यक्रम आते है।

संस्थान में संगीत की प्रायः सभी विधाओं में यथा-गायन (शास्त्रीय, उपशास्त्रीय एवं सुगम संगीत), स्वर वाद्‌य (सितार, सरोद, सारंगी, बांसुरी, वायलिन, गिटार, हारमोनियम), ताल वाद्‌य (तबला, पखावज), नृत्य (कथक, भरतनाट्‌यम, मणिपुरी और विविध लोक नृत्य) आदि की शिक्षा प्रदान की जाती है। यहॉ ध्रुपद-धामर, ठुमरी गायन आदि के विशेष पाठ्‌यक्रम भी संचालित किये जाते है। इसी के साथ संगीत उपकरणों की मरम्मत/रखरखाव, संगीत संस्थाओं का प्रबन्धन, समारोह आयोजन, संगीत पत्रकारिता आदि विभिन्न व्यवहारिक पाठ्‌यक्रमों का संचालन भी किया जाता है। संगीत के क्षेत्र में शोध कार्य की सुविधा भी संस्थान में उपलब्ध है।

विद्यालय अनुभाग अर्हता
प्रवेशिका २ साल कक्षा पाचवी
परिचय २ साल प्रवीशिका
महाविद्यालय अनुभाग अर्हता
प्रबुद्घ २ साल परिचय
परांगत २ साल प्रबुद्घ
विश्वविद्यालय अनुभाग अर्हता
संगीत में डिप्लोमा २ साल उच्चविद्यालय
बैचलर ऑफ परफॉर्मिगं आर्ट्‌स ३ साल डिप्लोमा
मास्टर इन परफॉर्मिगं आर्ट्‌स २ साल बी०पी०ए०
पी०एच०डी० २ साल (न्यूनतम) एम०पी०ए०
विशेष सर्टिफिकेट कोर्स    
ध्रुपद धामार और होरी
अर्ध शास्त्रीय
२ साल प्रबुद्घ
(ठुमरी दादरा आदि) २ साल प्रबुद्घ
गायन २ साल परिचय
हार्मोनियम २ साल -

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