राज्य संग्रहालय, लखनऊ

राज्य-संग्रहालय-लखनऊ

राज्य संग्रहालय, लखनऊ उत्तर प्रदेश का विशालतम बहुउद्‌देशीय संग्रहालय है। इसकी स्थापना सन्‌ १८६३ में लखनऊ डिवीजन के तत्कालीन कमिश्नर कर्नल एल्बर्ट द्वारा की गई थी। प्रथमतः सन्‌ १८८३ में लाल बारादरी में यह संग्रहालय व्यवस्थित हुआ। वर्ष १९६३ मे नवीन संग्रहालय भवन बन जाने के बाद बनारसी बाग स्थित प्राणि उद्यान मे आ गया। इस संग्रहालय के संकलन में लगभग एक लाख से अधिक कलाकृतियॉ है। कलाकृतियां विभिन्न अनुभागों जैसे पुरात्तव, चित्रकला, प्राणिशास्त्र, मुद्रा सज्जा कला और धातु कला आदि में वर्गीकृत है। इसके अतिरिक्त चार अन्य सहायक इकाईयॉ

क्रमशः द्दाया चित्र, रासायन शाला, प्रकाशन तथा माडलिंग अनुभाग के रूप में स्थापित है, इसके अतिरिक्त राज्य संग्रहालय लखनऊ में एक वृहद पुस्तकालय भी स्थापित है, जिसमें दुर्लभ पुस्तके है जो विशेष रूप से शोधाथियों के लिए उपयोगी है।

राज्य संग्रहालय, लखनऊ में लगभग एक लाख से अधिक कलाकृतियां हैं। जो पुरातात्विक सामग्री, सिक्के, लघुचित्र, धातु एंव काष्ठ कलाकृतियां, हाथी दांत आदि की कलाकृतियों का प्रतिनिधित्व करती है। राज्य संग्रहालय, लखनऊ को कानपुर विश्वविद्यालय के शोध केन्द्र के रूप में मान्यता प्राप्त है। राज्य संग्रहालय मे पुरात्तव एंव कला अभिरूचि पाठ्‌यक्रम संग्रहालय तकनीक प्रशिक्षण कार्यक्रम डॉ० वासुदेव शरण अग्रवाल स्मृति व्याख्यान माला का नियमित आयोजन होता है।

राज्य संग्रहालय एंव उ० प्र० राज्य पुरातत्व निदेशालय के संयुक्त तत्वावधान में पुरातत्व एंव कला अभिरूचि पाठ्‌यक्रम का आयोजन दिनांक २०/११/२००५ ढउंपसजवरू२०/११/२००५झ से १०/१२/२००५ ढउंपसजवरू१०/१२/२००५झ तक सम्पन्न किया गया। इस पाठ्‌यक्रम १५० से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस पाठ्‌यक्रम में भारतीय मृण्मूर्तिकला, श्रीगिरि (श्रीलंका) एंव अजन्ता की चित्रकला का तुलनात्मक विवेचन, मध्यकालीन भारतीय मूर्तिकला, प्रारंभिक काल से गुप्त काल तक की पाषाण मूर्ति कला, भारतीय स्थापत्य कला, भारतीय कला के आयाम, भारतीय चित्रकला, आधुनिक कला आदि एवं विषयों पर विभिन्न विद्वानों द्वारा व्याख्यान दिये गये। समापन के अवसर पर पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरित किये गये। माडलिंग अनुभाग में कलाकृतियों की प्लास्टर आफ पेरिस से सुंदर एंव आकर्षक अनुकृतियां बिक्री हेतु तैयार की जाती है।

सुविधा

संग्रहालय में प्रकाशन, द्दायाचित्र, प्राचीन कलाकृतियों के प्रतिकृतियों सस्ते मूल्य पर उपलब्ध है। शोध द्दात्रों को पुस्तकालय में निःशुल्क अध्ययन की सुविधा है।
1. प्रवेश शुल्क रू. ५-०० वयस्क
रू. २-०० बालक/बालिका
रू. २५-००ᅠकैमरा शुल्क
2. विदेशी प्रवेश शुल्क रू. ५०-००
3. निःशुल्क प्रदर्शक व्याख्याताओं द्वारा व्याख्यानों की सुविधा।
4. साप्ताहिक अवकाश सोमवार
5. अन्य अवकाश द्वितीय शनिवार के पश्चात आने वाला रविवार तथा अन्य राज्यपत्रित अवकाश
6. भ्रमण समय १०:३० पूर्वान्ह से ४:३० अपरान्ह
7. प्रवेश टिकट प्राप्ति समय १०:३० पूर्वान्ह से ४:00 अपरान्ह
8. दूरभाष 2206157
9. दूरभाष (निदेशक) 2206158
10. फैक्स 2206158
11. वेबसाइट upmuseums.org
12. ईमेल drsml@indiatimes.com